प्रदेश न २ जनकपुरधाम समाजवादी युवा संगके धनुषा जिल्ला अध्यक्ष दीपेन्द्र कापडी के मगहीयन बिचार दीपेन्द्र कापडी मधेस पिछडा बर्गमहा संग अध्यक्ष से हो हय।
तराई मधेश क्षेत्रमे बहुसंख्यक लोग बोलेबाला भाषा मगही भाषा हय, जेकरा लोग ठेठी, देहाती,खिचडी भाषाके रुपमे जानल जाइत हय ।इ भाषाके क्षेत्र पुरुबके झापासे लेके पश्चिमके रौतहट तक हय । मगही भाषा बिशेष कके तराई भेगमे मुलवासी,दलित,जनजाति ,पिछ्डावर्ग के लोग मगही भाषा बोलैइ हय आ सास्कृती मनाबैय हय । मगही भाषा इ.स ६०० बर्ष पुराना भाषा मगही रहल हय । मगही भाषाके किताब भाषा आउर साहित्यके अनुसार गौतम बुध्द,चक्क्रवर्ती राजा अशोक सम्राट ,चाणक्य ,महाबिर के भाषा मगही रहल उल्लेख हय ।
अइसे देखल जाइ हय जे मगही भाषाके बिशाल रुप होयतोमे मगही भाषा आ सास्कृतिके मुठ्ठी भर लोग षड्यन्त्र पुर्वक मधेशमे मगही भाषाके गौण कयले हय । तैलेके समय आइब गेल हय सचेत होयके आ अपन मगही भाषा आ सास्कृतिके बचाबेके आब देर न कके मगही भाषके अस्तित्व खातिर सचेत रहनाइ जरुरी हय आ आबेलाला जनगणना मे मगही भाषा लिखाबेजे लेल न भुलब से आग्रह आ निहोरा हय ।। अइ समाजके लोग बिशेष कके मथामे पगरी बानके कुनो भी काम करैय हय मगहीन समाजके प्रतिनिधित्व पगरी पहिचान हय ।जय मगही जय मधेश ।। बाकी बात दोसर बेरमे ।।
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